मुहम्मदाबाद में ईद-उल-मिलाद पर सजी मस्जिदें:मिलजुल कर लोगों ने खुशहाली की दुआ में नमाज अता की
ईद-ए-मिलाद को पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन के तौर पर इस्लाम धर्म को मानने वाले मनाते हैं। यह दिन का हिजरी कैलेंडर के साथ ही इस्लाम को मानने वालों के लिए खास महत्व रखता है। पैगंबर हजरत मोहम्मद याद में जुलूस निकाला जाता है। मुहम्मदाबाद तहसील में अल्लाह की इबादत करने के साथ ही इस त्यौहार के लिए मस्जिदों में आज के दिन के लिए खास इंतजाम देखे गए।
ईद-ए-मिलाद को पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन के तौर पर इस्लाम धर्म को मानने वाले मनाते हैं। यह दिन का हिजरी कैलेंडर के साथ ही इस्लाम को मानने वालों के लिए खास महत्व रखता है। पैगंबर हजरत मोहम्मद याद में जुलूस निकाला जाता है। मुहम्मदाबाद तहसील में अल्लाह की इबादत करने के साथ ही इस त्यौहार के लिए मस्जिदों में आज के दिन के लिए खास इंतजाम देखे गए।
गाजीपुर-भरौली एनएच 31 के किनारे गौसपुर गांव बसा है। इस गांव की मस्जिद में पैगंबर हजरत मोहम्मद के जन्मदिन को लेकर मनाए जाने वाले त्योहार ईद-ए-मिलाद को मानने के लिए मस्जिद के मुख्य द्वार पर विशेष रूप से सजावट की गई है। इस मस्जिद में इबादत करने आने वाले अब्दुल मन्नान ने बताया कि यह दिन पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के तौर पर मनाया जाता है। इस त्यौहार पर सभी एक दूसरे को बधाई देते है।
सौहार्द्रता के साथ त्यौहार मनाने की अपील
वहीं मस्जिद में नमाज अता कर खुद की और अपने परिजन की खुशहाली की कामना करते है। वहीं मुहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र के विधायक सुहेब उर्फ मन्नू अंसारी ने ईद-ए-मिलाद की सभी क्षेत्रवासियों को शुभकामनाएं देते हुए आपस मे मिलजुल कर सौहार्दपूर्ण तरीके से त्योहारों को मनाने की अपील की है।
बारावफात वाले दिन शरद पूर्णिमा भी पड़ी
बताते चलें कि ही 9 अक्टूबर को हिंदुओं का पर्व शरद पूर्णिमा भी मनाया जा रहा है। हिंदू और मुस्लिम दोनों धर्मों के त्यौहार एक दिन पड़ने से और दोनों ही धर्मों के लोगों का मिलजुल कर अपने-अपने त्योहारों का मनाना गंगा जमुनी तहजीब को मजबूत करने की एक और जिंदा मिसाल साबित होगा।
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