शिवरात्रि (Shivaratri) हिन्दू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह माह फरवरी/मार्च में मनाया जाता है और शिव के पूजन व अनेक पूजाएं की जाती हैं।
शिवरात्रि की पूजा कैसे करें?
स्थान का पूर्ण साफ-सफाई: शिवरात्रि के लिए पूजा स्थल का पूर्ण साफ-सफाई करें। इससे पूजा स्थल में शांति व पुष्टि आती है।
पूजा स्थल की सजा: पूजा स्थल को सुंदर तरीके से सजावट करें, तिलक, फूल, मुखपृष्ठ पर महिलाएं पूजन वस्तुओं व दीपक से सजावट करें।
पूजा वस्तुओं का तैयारी: शिवरात्रि के लिए पूजा वस्तुओं की तैयारी करें, जैसे दीपक, तिल
शिव जी की पूजा करने के लिए, आपको निम्न कुछ चरणों का पालन करना होगा:
सामग्री की तैयारी: पूजा के लिए आवश्यक सामग्री, जैसे कि मंगलपुत्र, दुर्गा मंदिर, घी, दीप, फूल, फल और खाने-पीने की वस्तुएं, पूर्ण करें।
स्थान की तैयारी: पूजा के लिए एक स्वच्छ और शुद्ध स्थान तैयार करें, जैसे कि पूजाघर, मंदिर या घर के एक विशेष कक्ष।
पूजा विधि: पूजा विधि शिव जी के मंत्रों, भजनों और तपस्याओं का पालन करें। पूजा के दौरान घी, दीप, फूल और फल अर्पण करें।
समर्पण: पूजा के अंत में, शिव जी को अपने विश्वास, प्रार्थनाओं और आश
शिव जी के कई मंत्र हैं, लेकिन एक से अधिक मंत्रों में शक्तिशाली मंत्र "ऊँ नमः शिवाय" हो सकता है। यह मंत्र शिव जी के शक्ति, बुद्धि, समृद्धि और सुख-शान्ति प्रदान करने के लिए पूजा में प्रचलित है।